हमारे बारे में जानकारी

* गौमाता की नि:स्वार्थ सेवा संरक्षण एवं गौसेवा के लिए जागरूक करने हेतु प्रयास करना
और अनेकों लक्ष्यों के साथ कुलदेवी की सेवा में ......
ॐ कुल देवताभ्यो नम
थे ही माँ बाप हो, और थे ही जीवन कि डोर,
थारे आगे कुल रा देवता नहीं चले किसी का जोर
सभी सहारे टूट गये और दुश्मन बने जहान ,
तेरी आशा लगी मुझे मेरे कुल देवत भगवान ,
नजर अगर मेहरबान भी एक बार हो जाये ,
उजड़ा हुआ गुलशन गुले गुलजार हो जाये ।